जौनपुर। नगर पालिका परिषद में भारी वित्तीय अनियमितताओं का मामला तूल पकड़ गया है। मंगलवार को सभासद मुकेश सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में सभासद जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और करोड़ों रुपये के बिल बिना बोर्ड स्वीकृति पास किए जाने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआरओ को जांच सौंपी है। वहीं, चेयरमैन मनोरमा मौर्या ने सोशल मीडिया पर इन आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि विपक्षी दलों के सभासद निजी स्वार्थ न पूरे होने के कारण झूठे आरोप लगा रहे हैं। सभासदों ने आरोप लगाया कि 12 अगस्त 2025 से 19 सितम्बर 2025 के बीच पालिका प्रशासन ने नियमों को ताक पर रखते हुए सीधे ऑनलाइन भुगतान कर दिया।
12.08.2025 को बिना स्वीकृति ₹25,210/- का भुगतान।
19.08.2025 को बिना स्वीकृति ₹77,392/- की निकासी।
15.09.2025 को बिना स्वीकृति ₹7,59,724/- का बिल पास।
20.09.2025 को बिना स्वीकृति ₹5,23,986/- की निकासी।
इसी अवधि में अन्य मदों से कुल 6 करोड़ से अधिक की निकासी की है। सभासदों के आरोपों से नगर में हड़कंप मच गया। विपक्षी सभासदों का कहना है कि पालिका प्रशासन की यह कार्रवाई वित्तीय नियमों की धज्जियां उड़ाने और पारदर्शिता पर चोट करने वाली है। उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।