बिहार विस चुनाव फेज-1: पिछले चुनाव से अबकी पांच फीसदी से अधिक 'मतदान का परिणाम' फ़िर चौंकाएगा!
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कैलाश सिंह/ संतोष कुमार सिंह
विशेष संवाददाता/चीफ रिपोर्टर
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-सीमांचल में तेजस्वी और ओवैसी में भीषण टक्कर, युवा वोटर दुविधा में,गैस सिलेंडर, पेंशन और 10 हज़ार का फैक्टर महिला वोटरों को एनडीए की तरफ़ खींचाl
-महागठबंधन से डिप्टी सीएम का एक चेहरा सामने लाना उसके मुस्लिम वोटबैंक के मन में संदेह का बीज बोने में ओवैसी सफ़ल दिखे, योगी का हिंदुत्व फैक्टर भी करिश्माई हो तो हैरत नहींl
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पटना/वाराणसी, (तहलका न्यूज नेटवर्क) l बिहार विधान सभा के पहले फेज में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान 60 फीसदी से अधिक होना चुनाव के परिणाम में बदलाव का फ़िर संकेत हैl पिछला चुनाव 2020 में हुआ जिसमें कुल मतदान 57 फीसदी हुआ थाl विश्लेषकों के मुताबिक जब- जब वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है, उसका फायदा एनडीए को मिला हैl इसमें 'नीतीश के साथ मोदी का चेहरा' अग्रणी भूमिका में नज़र आता हैl
पहले फेज में 121 सीटों पर हुए मतदान में तेजस्वी यादव और सम्राट चौधरी समेत 1314 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गयाl कुल 3. 75 करोड़ मतदाताओं में से 60 फीसदी से अधिक हुई वोटिंग चुनाव परिणाम में बदलाव की संभावना प्रबल कर रहा हैl एनडीए और महागठबंधन के सभी बड़े महारथी सभाओं में एक- दूजे पर जमकर शब्दों के तीर चलाए, फ़िर भी वोटरों के मनोभाव विचलित नहीं दिखेl यानी जातिगत समीकरण हर फैक्टर पर भारी रहाl प्रदेश के सीमांचल की सीटों पर तेजस्वी और ओवैसी के बीच कांटे की टक्कर हो रही हैl यहां मुस्लिम वोट बैंक दोनों के बीच विभक्त नज़र आ रहा हैl
एनडीए में खासकर भाजपा की तरफ़ से दिल्ली समेत कई प्रांतों के सीएम मैदान में आकर बिहार के कथित जंगलराज के बहाने विपक्ष पर तीखे हमले किए, लेकिन स्टार प्रचारकों में यूपी के सीएम 'योगी आदित्यनाथ' की क्रेज टॉप पर रहीl उनका बुलडोजर भी बिहार में अराजकों के मन में खौफ़ का प्रतीक बनकर सामने आया जो एनडीए के कोर वोटरों की संख्या में इजाफा कर सकता हैl योगी का हिंदुत्व कार्ड भी खूब चलाl दूसरी तरफ महागठबंधन के प्रमुख दल राजद के मुखिया तेजस्वी यादव प्रदेश के सीमांचल में महाभारत के अभिमन्यू सरीखे घिरे नज़र आयेl उनके सामने असदद्दून ओवैसी तगड़ी टक्कर दे रहे हैंl उन्होंने 'सत्ता में मुस्लिम हिस्सेदारी' का कार्ड जमकर खेला हैl वह कहते सुने गए कि 'मुस्लिम कब तक दरी बिछायेगा'l हमारी पार्टी इस चुनाव में 'किंग मेकर' हैl
एक नज़र पिछले मतदान प्रतिशत पर: 2005 में 45.85 फीसदी वोटिंग हुई तो नीतीश कुमार की सरकार बनीl हालांकि तब वर्ष 2000 के चुनाव में हुई वोटिंग के मुकाबले 15 फीसदी कम मतदान हुआ था, जिसमें बड़ा फैक्टर कथित जंगलराज बना थाl 2010 में वोट प्रतिशत फ़िर बढ़ने लगा, तब वोटिंग प्रतिशत 52,73 हो गयाl इनमें महिलाओं का योगदान अधिक रहाl इसी तरह 2015 में 56.91 फीसदी वोटिंग हुई और 2020 में मतदान प्रतिशत 57.23तक पहुँच गयाl यानी मतदान प्रतिशत में लगातार वृद्धि हुई हैl इस तरह पिछले चारो चुनाव में वोट प्रतिशत की वृद्धि ने नीतीश और एनडीए को सरकार बनाने को रास्ता साफ़ कियाl
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