बिहार विस चुनाव फेज 2: कई सीटों पर गेमचेंजर साबित हो सकते हैं छोटे दल
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कैलाश सिंह-
राजनीतिक संपादक
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-इस चुनाव में जातिगत फैक्टर शीर्ष पर रहा, महिला वोटरों पर मोदी- नीतीश का सिक्का चला, दुविधा में रहे युवा और बेरोजगार, इनमें दोनों धड़ों के अलावा जन सुराज की भी रही हिस्सेदारीl
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पटना/वाराणसी, (तहलका न्यूज नेटवर्क)l बिहार विधान सभा 2025 के मतदान का मंगलवार 11 नवम्बर को समापन हो गयाl इस बार भी चुनाव में 'जाति का फैक्टर' पहले स्थान पर बना रहाl दूसरे नम्बर पर महिला और युवा, बेरोजगार वोटर रहेl जाति वाले फैक्टर पर दोनों धड़ा एनडीए और महागठबंधन से अधिक इनके सहयोगी दलों और अन्य छोटी पार्टियों के राजनीतिक खिलाड़ी कई सीटों पर यदि गेमचेंजर साबित होते हैं तो हैरत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि ये जीतें या हारें, लेकिन विपक्षी दलों को तगड़ा नुकसान पहुंचाने की हैसियत में दिखेl
मतदान का अंतिम फेज: 'तहलका संवाद' के वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार सिंह और प्रशांत त्रिपाठी सीमंचल में जो महसूस किये उसके मुताबिक वोटिंग के दौरान भी 'जाति' का फैक्टर सिर चढ़कर बोल रहा थाl दूसरे फेज में कुल 20 जिलों की 122 सीटों पर 1302 प्रत्याशी मैदान में थेl मतदान प्रतिशत का आंकड़ा भी 60- 65 से ऊपर रहाl अपने जातिगत क्षेत्रों की सीटों पर ओवैसी, चिराग़ पासवान, जीतन राम मांझी और पीके को कमतर नहीं आँका जा सकता हैl
सीमंचल के इन जिलों में हुआ बड़ा संग्राम: सीमांचल के जिले कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया व अररिया के खासकर मुस्लिम वोटर बहुल इलाकों के चुनाव परिणाम दोनों गठबन्धनों में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैंl इसके अलावा भागलपुर, मुंगेर, मगध का भी रोल आरजेडी के लिए तो अहम होगाl यदि सीमांचल के मुस्लिम मतदाता ओवैसी और आरजेडी के बीच बंटे, (जिसकी उम्मीद ज्यादा है) तो फायदा एनडीए को और नुकसान महागठबंधन को होगाl
राजद के खिलाफ नहीं दिखी 'एंटी इंकम्बेंसी, महिलाओं को मोदी- नीतीश पर रहा अधिक भरोसा : इस बार के चुनाव प्रचार में एनडीए द्वारा राजद के खिलाफ उसकी पूर्ववर्ती सरकार के कथित जंगलराज का नेरेटिव बनाने की कोशिश असरहीन रहीl आरजेडी का जातिगत फंडा और युवाओं को अपनी तरफ़ आकर्षित करने का तरीका भी कुछ हद तक कामयाब रहाl दूसरी तरफ महिलाओं का भरोसा मोदी और नीतीश पर सिर चढ़कर बोलता नज़र आयाl युवाओं के जरिए जन सुराज के प्रशांत किशोर ने दोनों धड़ों को कहीं कम तो कहीं ज्यादा चोट पहुंचाई हैl इसमें भी एनडीए को कहीं- कहीं तगड़ा झटका दिया हैl अब दो दिन एग्जिट पोल पर अनुमानों की झड़ी चलेगी और तीसरे दिन 14 नवम्बर को सबके हाथ में परिणाम होगाl

