ऑपरेशन यमराज: कल्लू तबेले के अस्पस्ताल का 'ओ टी बना किचन!
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-कैलाश सिंह-
विशेष संवाददाता
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-अस्पताल संचालक के भैंस का तबेला अब भी चल रहा, उसका साइलेंट धंधा है चेन स्नेचिंग, वह आधा दर्जन युवतियों से विवाह का रिकार्ड भी बना चुका हैl वर्तमान पत्नी है फिजियो थेरेपिस्ट जो उसके अस्पस्ताल को भी संभालती हैl
-इंसानी स्लाटर हाऊस के नाम से कुख्यात जौनपुर के नईगंज इलाके में ऐसे तमाम अजूबे भरे पड़े हैंl इन कथित अस्पतालों में झोलाछाप सर्जन करने आते हैं ऑपरेशन, मरीज की हैसियत 'कसाई के ठीहे पर हलाल होने वाले बकरे' सरीखे होती हैl
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लखनऊ/ जौनपुर, (तहलका न्यूज नेटवर्क)। इस एपिसोड में दी जा रही पटकथा वर्तमान की सच्ची घटना पर आधारित है जो उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के लिए ठोस बानगी हैl यानी प्रदेश के हर जिले और शहरों में कमोबेस ऐसी ही चिकित्सा व्यवस्था चल रही हैl जौनपुर में कुछ अलग इसलिए है क्योंकि यहां वार्ड ब्वाय भी किसी चिकित्सक के ऑपरेशन थियेटर में हेल्पर बनकर कुछ दिन कार्य कर लेते हैं तो वह सर्जन होकर ही निकलते हैंl पिछले साल नईगंज में ही कथित मोबाइल ओटी में 'एक प्रसूता का पेट चीरकर बेबी को बाहर लहराते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया' पर डालने का कारनामा कर चुके हैंl स्वास्थ्य महकमा हफ़्तों खोजने का नाटक करता रहाl
दरअसल जौनपुर में स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही के नाम पर जिन अस्पतालों को सील करता है वह कुछ ही दिन बाद फ़िर चलने लगते हैंl विभाग के पास यह व्योरा नहीं है कि कितने चिकित्सकों की 'डिग्री और उनकी प्रैक्टिस' सस्पेंड हुईl जिन अस्पतालों को सील किया जाता है उसी के कथित चिकित्सक सड़क की दूसरी पटरी पर अलग बोर्ड लगाकर अपनी दुकान सजा लेते हैंl यहां कथित नामचीन डॉक्टर मल्टी स्पेशियलिटी का बोर्ड लगाकर प्रशिक्षु डॉक्टरों को अपनी कुर्सी पर बैठाकर ऊँची फीस वसूलने से नहीं चूकते हैंl ऐसे डॉक्टर जिला अस्पताल के इर्द -गिर्द दशकों से अपनी दूकान चला रहे हैंl उनकी विशेषज्ञता भले ही एक रोग की हो लेकिन वह किसी मरीज को 'मालशाप' सरीखे लौटने का मौका नहीं देते हैंl इस जिले में फर्जी डिग्री लेकर कम्पाउंडर भी एम डी मेडिसिन का बोर्ड लगाकर सिटी स्टेशन रोड पर रोज सैकड़ों मरीजों में दवा की गठरी से साइड इफेक्ट्स के जरिए बीमारी बांट रहा हैl
यहां इलाज की दुकानें दलालों के भरोसे चल रही हैं, इन दलालों में कथित मीडिया कर्मी भी शामिल हैंl कुख्यात नईगंज इलाके के पहले मोड़ पर बीएचयू से पढ़ा कथित न्यूरो सर्जन तो कमाल का हैl इसके यहां सीसीटीवी से देखकर हर बीमारी वाले मरीज भर्ती किए जाते हैंl भेंड़ सरीखे सीढ़ियों के रैम्प पर जमे तीमारदारों को बताया जाता है कि इनकी सर्जरी बीएचयू के नामी सर्जन से कराएंगेl तीमारदार भी इस बात से संतुष्ट हो जाते हैंl लाखों निचोड़ने के बाद मरीज के सीरियस होते ही हायर सेंटर को रेफर किया जाता है जो अमूमन रास्ते में ही दम तोड़ देता हैl कहने का मतलब यहां लिखी जाने वाली हर पटकथा के लिए सच्ची घटनाओं की भरमार है जो अगली कड़ियों में मिलती रहेगीl अब रसोई में ओ टी वाली कहानी जानिएl
हैरतअंगेज : कल्लू तबेले वाले के अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर रसोई में: नईगंज तिराहे पर वाराणसी- लखनऊ रोड पर स्थित एक मकान का मालिक सपरिवार दो साल पूर्व मुंबई रहने चला गया अपना भवन किराए पर देकरl इसके बाद किराएदार ने इसे कल्लू (परिवर्तित नाम) तबेला वाले को किराए पर दे दियाl 'निक नेम' कल्लू जो चेन स्नेचिंग में पुलिस के रिकार्ड यानी बही खाते का नामचीन रहा है, उसने उस भवन में अस्पताल खोल लियाl वह जिन युवतियों से मन्दिर में शादी करता रहा उन्हें वहीं नर्स बनाकर खुद दलालों के जरिए ऑपरेशन वाले मरीज तलाशता हैl ऐसा बकरा मिलने पर वह कसाई रूपी कथित सेटिंग वाले डॉक्टर को लाकर हजारों की रकम पीटता हैl इसने घर के ड्राइंग रूम को डॉक्टर का चैंबर और 'किचन का रैंप तोड़कर ओ टी' बना दिया हैl उसमें केवल एक बड़ी कटोरी वाला बल्ब लगाया हैl बरामदे में लैब का सेट और दो कमरों में मरीज को भर्ती की व्यवस्था की हैl हालिया दौर में जिस युवती से इसने शादी रचाई है वह कथित तौर पर फिजियो थेरेपिस्ट है, अब आगे की कहानी अगली कड़ी मेंl,,,,,,, क्रमशः

