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माफिया का बदलता स्वरूप: मन्दिर की महंन्थी को लेकर झगड़ रहे बाबा,भू- माफिया ने 'पुजारी' पर ही किया मुकदमा! Tahalka Samvad

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 माफिया का बदलता स्वरूप: मन्दिर की महंन्थी को लेकर झगड़ रहे बाबा,भू- माफिया ने 'पुजारी' पर ही किया मुकदमा! 

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कैलाश सिंह-

विशेष संवाददाता

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-जौनपुर में गोमती नदी को नाला बनाने पर तुले भू- माफिया, शास्त्री पुल के पूरब नदी के दक्षिणी किनारे निर्मित 'एस एस क्लब' प्रशासन के गले की हड्डी बनाl

-अब शाही पुल के पश्चिमी- दक्षिणी छोर स्थित पौने दो सौ साल पुराने राम- जानकी मन्दिर की जमीन हड़पने को गिद्ध नज़र टिकाए भू- माफिया गोमती नदी के दायरे में बना रहा भवनl

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लखनऊ/ जौनपुर, (तहलका न्यूज नेटवर्क)l उत्तर प्रदेश सरकार के मैप में 'आदि गंगा गोमती' भले ही सदियों से पीलीभीत के 'ताल' से निकलकर वाराणसी स्थित मां गंगा में मिल जाती है, और इस संगम को त्रिमुहानी बोला जाता है, जहां श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा को  स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं, लेकिन पीलीभीत से लखीमपुर सीमा के छोटे ताल तक गोमती का दायरा 'नाला' में तब्दील हो चुका है, सर्दी के मौसम में इस नाले की तली में लोग बाजरा- बाज़री भी उगाते हैंl इसके बाद लखनऊ तक नदी का दायरा काफी बड़ा दिखता हैl 


गोमती नदी प्रदेश की राजधानी और जौनपुर के मध्य शहर से गुजरी है: लखनऊ की तरह जौनपुर में भी गोमती किनारे पक्के घाट बन जाने से अब यहां भी आरती खास त्योहारों पर होती है, लेकिन यहां का जिला प्रशासन भू- माफिया के सामने मानों 'नत मस्तक' हो गया हैl कारण यही माना जा सकता है कि 'झुकने की मोटी कीमत भू- माफिया उसे अदा करते होंगे, अन्यथा शहर के शास्त्री पुल जो गोरखपुर- प्रयागराज के फोरलेन को जोड़ रहा है उसके पुरब दो साल से 'कश्मीर की झील वाले शिकारा' सरीखे एस एस क्लब' में पार्टियों का दौर चल रहा हैl इसमें वह अफ़सर भी शिरकत करते हैं जिनपर अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी हैl 'तहलका टीम' ने इस मुद्दे को उठाया तब सिटी मजिस्ट्रेट का जवाब आया था कि- हम अभी तक यही समझ रहे थे कि यह जलकल विभाग का दफ्तर हैl अब जांच करा रहे हैंl अवैध निर्माण मिलने पर इसे हटाया जाएगाl इस बयान को दिये तीन माह से अधिक समय गुजर गया लेकिन बारिश के दौरान शिकारा नज़र आने वाला यह क्लब प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहा हैl


भू माफिया की बाज़ नज़र गूलर घाट और राम- जानकी मन्दिर की जमीन पर गड़ी: इस मन्दिर की स्थापना वर्ष 1853 में यानी पौने दो सौ साल पूर्व 'रवि स्टूडियो' के संचालक द्वारा दी गई जमीन पर हुई थीl दशकों गुजरने के साथ देश के आज़ाद होने पर उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारें भी बदलती रहीं और जमीनों, झीलों, नदियों के किनारे के मानक भी बदलते रहे पर भू - माफिया 'जमीनों का शिकार' करते रहेl जौनपुर के गूलर घाट किनारे हो रहे अवैध निर्माण के मामले में 'तहलका टीम' के सवाल- गोमती किनारे पर कितनी दूरी तक कोई भी निर्माण अवैध मान्य है? इसके जवाब में सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि नदी के करार से 100 मीटर के दायरे में कोई भी निर्माण अवैध होगाl जाहिर है सदी पूर्व बने इस मन्दिर के हाते पर नज़र गड़ाए एक भू- माफिया उसी से सटी भूमि पर पिछले सालों में ग्राउंड फ्लोर बनाया था, अब उसी के ऊपर फस्ट फ्लोर की छत डालने की तैयारी कर चुका हैl इस भवन का निर्माण 100 मीटर की रेंज में ही हो रहा हैl 


महंन्थ आपस में गद्दी के लिए झगड़ रहे, राम की सेवा करने वाले पुजारी पर मुकदमा: इस मन्दिर के पुजारी 'राम प्रीति मिश्र' और उनके पुत्र के खिलाफ भू- माफिया ने मन्दिर के हाते पर दावा करते हुए मुकदमा कर दिया हैl एक दर्जन से अधिक कुटी वाले इस मन्दिर और महंन्थों का इतिहास अगली कड़ी में दिया जाएगा, लेकिन गोमती को नाला बनाने पर तुले ऐसे भू- माफिया वाजिदपुर के भैंसा नाला और झील को हजम कर चुके हैं, परंतु 'मोटी रकम' की छतरी लगाने से उनपर कोई आंच नहीं आती हैl जिला प्रशासन अब गोमती नदी को नाला में तब्दील होने से बचाने की बजाय उसमें सहयोगी की भूमिका में नज़र आ रहा हैl,,,,,,,, क्रमशः

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